Bay Leaf Farming in hindi: तेजपत्ता एक मसाले वाली बागानी फसल है। इसका उपयोग खाने को स्वादिष्ट बनाने के लिए किया जाता है। इसकी व्यवसायिक खेती करके किसान भाई जबरदस्त मुनाफा कमा सकते हैं। तेजपत्ता की खेती (tejpatta ki kheti) करने में लागत और मेहनत दोनों ही बहुत कम लगती है। इसके पौधे को एक बार लगाने के बाद कई सालों तक पैदावार ले सकते हैं।
तो आइए,ताजा खबर online के इस ब्लॉग में जानें- तेजपत्ता की खेती कैसे करें (tej patta ki kheti kaise karen)
तेजपत्ता की खेती के लिए जलवायु और मिट्टी
तेजपत्ता की खेती आमतौर पर केरल, कर्नाटक, बिहार समेत पूर्वी उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में खूब की जाती है। इसकी खेती के लिए उष्ण और ठंडी जलवायु की आवश्यकता होती है। खेती के लिए उपजाऊ भूमि उपयुक्त होती है। भूमि का पीएच मान 6-8 के बीच होना चाहिए।
तेजपत्ता की खेती में ध्यान रखने योग्य बातें Bay Leaf Farming In Hindi
इसकी खेती (tejpatta ki kheti) के लिए पानी की उचित व्यवस्था होनी चाहिए। पौधे की रोपाई करते समय पौधे से पौधे की दूरी 4 से 6 मीटर रखनी चाहिए। फसल को बहुत ही कम सिंचाई की आवश्यकता होती है। रोग और कीट से बचाने के लिए प्रति सप्ताह नीम के तेल का छिड़काव करना चाहिए।
तेजपत्ता की खेती के लिए सरकार देती है अनुदान
सरकार औषधीय और बागवानी फसलों को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय बागवानी मिशन की तहत अनुदान भी देती है। इसके लिए आप राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड की वेबसाइट का अवलोकन करते रहे हैं। ज्यादा जानकारी के लिए आप अपने जिले के उद्यान विभाग और कृषि विज्ञान केंद्र से संपर्क करें।
तेजपत्ता की खेती में लागत और कमाई
तेजपत्ता की खेती (tejpatta ki kheti) करने में शुरुआत में अधिक लागत लगती है, क्योंकि पहली बार में आपको खेत तैयार करने से पौधा लगाने तक में खर्च होता है। बागान लग जाने के बाद खर्च में कमी आती है और उपज और कमाई दोनों बढ़ जाती है।
आपको बता दें, कई बीमारियों के उपचार के लिए औषधि के रूप में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। इसका बाजार भाव 2 हजार से ₹3000 प्रति क्विंटल तक होता है। इसके एक पौधे से आप साल भर में 5 हजार रुपए तक कमा सकते हैं। यदि आप 100 पौधे की बागान लगाते हैं तो आप इससे 5 लाख रुपए सालाना आराम से कमा सकते हैं।
resource : https://bit.ly/3WBs5OI