mahogany Ki kheti: औषधीय गुणों से भरपूर होने की वजह से महोगनी की लकड़ी की कीमत तेजी से बढ़ ही रही है। इसकी लकड़ी का इस्तेमाल जहाज़, फर्नीचर, प्लाईवुड, सजावट की चीजें में और मूर्तियों बनाने में भी किया जाता हैं। आपको बता दें, की इसके बीज और फूलों का इस्तेमाल शक्तिवर्धक दवाइयां को बनाने में होता है। कम लागत में किसान महोगनी की खेती भी (mahogany ki kheti) करके अच्छी कमाई कर सकते हैं।
तो आइए,ताजा खबर ऑनलाइन के इस लेख में महोगनी की खेती (mahogany ki kheti) के बारे में विस्तार से जानें
महोगनी की खेती के लिए उपयुक्त में जलवायु और मिट्टी
महोगनी की खेती (mahogany ki kheti) के लिए उष्णकटिबंधीय में जलवायु सबसे अच्छा माना जाता है। इसकी खेती ठंडी जलवायु वाले प्रदेश को छोड़कर संपूर्ण के भारत में हो सकती है। इसके लिए आप किसी भी प्रकार की उपजाऊ मिट्टी में भी उगा सकते हैं। लेकिन जल भराव वाली भूमि और पथरीली मिट्टी में इसकी खेती न करें। इसके लिए मिट्टी का P.H. मान 6.0-7.0 उचित में रहता है।
बुआई का सही समय है
इसकी बुआई जून और जुलाई के महीने में ही जाती है। इसके लिए आप मई-जून के महीने में ही गढ्ढे खोदकर छोड़ दें। बारिश आने के एक सप्ताह बाद इसकी ही रोपाई कर दें।
महोगनी की प्रमुख किस्में में
क्यूबन, मैक्सिकन, अफ्रीकन, न्यूज़ीलैंड, और होन्डूरन
महोगनी का पौधा के कितने वर्षों में तैयार होता है?
इसका पौधा 12 साल में पूरी तरह विकसित होकर पेड़ बन जाता है। यदि आप इसे और बड़े होने में देना चाहते हैं तो इसे आप 15 से 20 साल के बाद में भी बेच सकते हो ।
महोगनी की खेत की तैयारी
सबसे पहले खेत की गहरी जुताई कर लें। फिर इसके बाद खेत में पटा लगाकर खेत को समतल कर लें। फिर उसके बाद खेत की दो से तीन तिरछी जुताई कर दें।
बुआई कैसे करें?
Mahogany Ki Kheti खेत में 5 से 7 फीट की दूरी पर 3 फीट चौड़े और 2 फीट गहरे गड्डे बना लें तो इन सभी गड्ढों को एक लाइन में तैयार कर ले । उसके बाद गड्डों की गहरी सिंचाई कर के उन्हें ढक दें। तो इन गड्डों को पौध रोपाई से एक महीने पहले ही तैयार किया जाता है। इसे नर्सरी में भी तैयार किया जा सकता है। 2 से 3 साल पुराने पौधे ही लगाएं, इससे अच्छा उत्पादन में मिलेगा। गड्डों को भरते समय 20 किलो गोबर की खाद और 20 ग्राम एनपीएके डाल दें। इस मात्रा को तकरीबन 4 साल तक ही देना चाहिए।
सिंचाई के प्रबंधन
महोगनी पेड़ की पहचान इसे शुरुआत में सिंचाई की ज्यादा जरूरत तो नहीं होती है। पौधों को गर्मियों में 5 से 7 दिन के अंतराल में पानी देना चाहिए। सर्दियों में 10 से 15 दिन के अंतराल में पानी देना सही होता है। बारिश के वक्त पेड़ों को पानी की जरूरत नही होती। लेकिन पूर्ण विकसित वृक्ष की साल में 5 से 6 सिंचाई काफी होती है।
महोगनी की कटाई
महोगनी के पेड़ की कटाई में लगभग 12 साल बाद की जाती है। इसके अलावा अधिक देर से काटने पर भी महोगनी की खेती में (mahogany ki kheti) से अधिक उपज मिलती है।
उपज और कमाई
इसका पौधा लगभग 6 साल बाद पूर्ण रूप विकसित ही होता है। इस समय किसान इस पौधे के बीज बेचकर अच्छी कमाई भी कर सकते हैं। इसके अलावा आप महोगनी की नर्सरी तैयार करके भी बेच सकते हैं।
ये तो थी, महोगनी की खेती (mahogany ki kheti) की बात। यदि आप इसी तरह कृषि, मशीनीकरण, सरकारी योजना, को बिजनेस आइडिया और ग्रामीण विकास की जानकारी को चाहते हैं तो इस वेबसाइट की अन्य लेख जरूर पढ़ें और दूसरों भी पढ़ने के लिए शेयर भी करें।
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