मौदहा (हमीरपुर)। में सात वर्षीय बच्चे ने मोबाइल पर गेम खेलने के बाद फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। तो परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हुवा ।
मोबाइल पर गेम देखकर मदारपुर गांव निवासी गुलाम वहीद ने काफी समय से कस्बे के फत्तेपुर मोहल्ले में रहा है।तो उसकी पत्नी सोनी ने बताया कि पति ट्रक चालक हैं। जो घर से बाहर हैं।फिर बताया कि शाम में करीब पांच बजे उसका मोबाइल लेकर पुत्र अयान गेम खेल रहा था।तो वह दरवाजे पर बैठी थी। घंटे भर के बाद जब वह अंदर गई और बेटे को आवाज लगाई।तो कोई प्रतिक्रिया न मिली तो वे कमरे को धक्का दिया, लेकिन दरवाजा अंदर से बंद था। फिर वे मोहल्ले वालों को बुलाकर दरवाजा को तोड़ा गया। तो देखा कि पुत्र गले में फंदा लगाकर कुंडी से लटका था। ये आनन फानन में उसे अस्पताल में भी ले गई। जहां पर चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया है।
सीओ विवेक यादव का कहना है कि जानकारी मिली है बच्चे ने गेम खेलने के बाद फंदा लगा लिया है।तो परिजनों ने बच्चे का पोस्टमार्टम कराने से इंकार भी कर दिया है
मोबाइल पर गेम देखकर बच्चे ने दी अपनी जान
मनोवैज्ञानिक डॉ. नीता कहती है कि आजकल मोबाइल पर तरह तरह के गेम डाउनलोड कर के बच्चे खेलते हैं। जिससे वह मोबाइल गेम में जैसा देखते हैं वैसा ही करने को सोचते हैं। यह बच्चों के शरीर में पाए जाने वाले डोपामीन हर्मोंस की वजह से होती है।ये जिसमें एकाग्रता क्षीण हो जाती है। वे बच्चे सही गलत को नहीं समझ पाते हैं। इसके लिए कहीं न कहीं अभिभावक ही जिम्मेदार है।वे हर अभिभावक को बच्चों को मोबाइल की लत नहीं लगाना ही चाहिए।
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