पाकिस्तान में डॉक्टरों की भारी कमी के कारण हर रोज 7000 बच्चों की जान जा रही है। यह खबरें देश में हाहाकार मचा रही हैं। जानिए इस त्रासदी के पीछे क्या कारण हैं और पाकिस्तान की स्वास्थ्य व्यवस्था किस दयनीय स्थिति में है।
पाकिस्तान में डॉक्टरों की कमी से हाहाकार, हर रोज 7000 बच्चों की हो रही मौत!
पाकिस्तान में डॉक्टरों की भारी कमी के कारण हर रोज 7000 बच्चों की जान जा रही है। यह खबरें देश में हाहाकार मचा रही हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि यह त्रासदी मुख्य रूप से बाल रोग विशेषज्ञों (पीडियाट्रिक सर्जन) की भारी कमी के कारण हो रही है।
डॉक्टरों की कमी: एक गंभीर संकट
पाकिस्तान में डॉक्टरों की कमी एक गंभीर संकट बन गया है। देश में 1000 लोगों पर केवल 0.8 डॉक्टर हैं, जो विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा अनुशंसित 1000 लोगों पर 2.5 डॉक्टरों के मानक से बहुत कम है।
बच्चों पर भारी प्रभाव
डॉक्टरों की कमी का सबसे ज्यादा प्रभाव बच्चों पर पड़ रहा है। नवजात शिशुओं और बच्चों में मृत्यु दर बहुत अधिक है, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में।
बाल रोग विशेषज्ञों की कमी
पाकिस्तान में बाल रोग विशेषज्ञों की भारी कमी है। देश में केवल 2500 पंजीकृत बाल रोग विशेषज्ञ हैं, जो देश की 220 मिलियन आबादी के लिए बहुत कम है।
कारण
डॉक्टरों की कमी के पीछे कई कारण हैं, जिनमें शामिल हैं:
- चिकित्सा शिक्षा के अवसरों की कमी
- डॉक्टरों का विदेशों में पलायन
- सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं में निवेश की कमी
सरकारी प्रयास
सरकार ने डॉक्टरों की कमी को दूर करने के लिए कुछ प्रयास किए हैं, जिनमें शामिल हैं:
- चिकित्सा कॉलेजों की संख्या में वृद्धि
- डॉक्टरों के लिए छात्रवृत्ति और वजीफे
- विदेशों से डॉक्टरों को वापस लाने के लिए प्रोत्साहन
लेकिन ये प्रयास पर्याप्त नहीं हैं।
निष्कर्ष
पाकिस्तान में डॉक्टरों की कमी एक गंभीर संकट है जो बच्चों के जीवन पर भारी प्रभाव डाल रहा है। सरकार को इस समस्या को हल करने के लिए तत्काल और ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।
Resource: https://www.abplive.com/news/world/pakistan-paediatric-surgeons-shortage-7000-children-die-daily-pakistan-health-infrastructure-2659700