सच्ची प्रेम कहानी आज हम आपके लिए लेकर आये हैं Real Life True Love Story, Hindi Story ! हम सभी के जीवन में प्यार का बहुत महत्त्व हैं प्यार के बिना जीवन बिल्कुल वीरान सी हो जाती हैं, प्यार के बिना जीवन में कोई रंग नहीं होता। सभी के जीवन में कॉलेज लाइफ से जुड़ी एक प्रेम कहानी जरूर होती हैं जो आपके कॉलेज लाइफ को और भी खूबसूरत और यादगार बना देती हैं तो चलिए जानते हैं मेरी और आंचल की College Love Story, Hindi Story.
Hindi Love Story
मैं (अजय) हमेशा से ही कॉलेज जाने का सपना देखा करता था। मैं अपने छोटे शहर को छोड़ने और दुनिया का पता लगाने के लिए इंतजार नहीं कर सकता था। जब मैं कॉलेज में पहुंचा तो कॉलेज का ताज़ी हवा, वहां की ऊर्जा और उत्साह को महसूस करने लगा मुझे अपना कॉलेज बहुत पसंद आया सच्ची प्रेम कहानी।
एक प्यारी लड़की
क्लास के पहले दिन, मैं अपने इंग्लिश क्लास में गया जहां मैंने गुंगरालु बालों वाली एक प्यारी लड़की को देखा उसकी प्यारी मुस्कान और सुंदर चेहरा, वह बहुत आकर्षित लग रही थी।
जैसे-जैसे क्लास आगे बढ़ा, मैं खुद को रोक नहीं पाया और बार – बार चोरी नज़रो से उस लड़की को देखने लगा। वह जिस तरह से अपनी ज़ुल्फो को बार – बार खींच कर कानो पर लाती और जब वह पीछे मुड़ कर हमारी तरफ देखती मेरी दिल की धड़कन बढ़ जाती थी सच्ची प्रेम कहानी।
मैं उस लड़की की तरफ आकर्षित होने लगा उसकी स्माइल बहुत ही प्यारी थी। मैं अपने इस फीलिंग को उसे बता भी नहीं सकता था पर मैं उस लड़की से जिसका नाम आंचल था उसे और भी करीब से जानना चाहता था सच्ची प्रेम कहानी।
मेरा और आंचल का मिलना
कुछ हफ्ते बाद हमारे प्रोफेसर ने बॉटनी प्रैक्टिकल में कुछ लोगो का ग्रुप बनाया जिसमें मेरे साथ आंचल भी थी। क्योंकि हम दोनों का नाम A से स्टार्ट होता था, मुझे जिसकी चाहत थी वह मुझे मिलना शुरू हो गया था मेरे खुशी का कोई ठिकाना नहीं था सच्ची प्रेम कहानी।
हम दोनों मिल कर प्रैक्टिकल करने लगे आंचल ने मुझसे पहली बार बात किया उसके बदन की खुश्बू मदहोश कर देने वाली थी मेरा मतलब उसने जो परफ्यूम लगाया था। हम दोनों ने पढ़ाई की बात के अलावा भी बहुत सारी बातें किया।
जैसे – जैसे वक़्त बीतता गया हमारे बीच एक अच्छी दोस्ती हो गई और हम प्रैक्टिकल में अक्सर साथ काम करने लगे, साथ ही साथ खूब सारी बातें भी करने लगे।
फ़ोन पर बातें
वक़्त के साथ कुछ महीनो के बाद धीरे – धीरे मेरे और आंचल में दोस्ती बढ़ने लगी। अब आंचल ने मुझे अपना पर्सनल फोन नंबर भी दे दिया था जिस पर हमारी कभी – कभी बातें भी होने लगी। आंचल भी अब मुझसे अपनी पर्सनल लाइफ से जुडी बातें बताने लगी मैं भी उससे अपने पर्सनल बातें बताने लगा सच्ची प्रेम कहानी।
मैंने महसूस किया कि शायद अब मैं आंचल के दिल में अपने लिए भावनाओं को विकसित करने में कामयाब हो रहा हूँ। पर मैं पूरी तरह नहीं जानता थी कि वह भी उसी तरह महसूस करती है जैसे मैं उसके लिए महसूस करता हूँ, लेकिन मैं उम्मीद कर रहा था की आंचल भी इस फीलिंग को महसूस करें सच्ची प्रेम कहानी।
हमारी पहली कॉफी डेट
एक दिन जब मैं आंचल से बात कर रहा था तो मैंने उसे साथ में कॉफी पीने के लिए कहा। उसने हां कह दिया मैं अंदर ही अंदर खुशी से उछलने लगा क्योंकि वह मेरे साथ कॉफी पीने चलने के लिए राजी हो गई थी उसके लिए यह बड़ी बात नहीं थी पर मेरे लिए यह बड़ी बातें थी सच्ची प्रेम कहानी।
मैं पहली बार उसके साथ कैंटीन पर कॉफी पिया अगले कुछ घंटे हमने ढेर सारी बातें किया। हम कॉलेज के गार्डन में घूमने लगे वहां बहुत अच्छी हवा चल रही थी हम दोनो एक-दूसरे के साथ को एन्जॉय कर थे।
धीरे – धीरे वक़्त ऐसे ही बीतता गया और एग्जाम का लास्ट दिन भी आ गया मैं आंचल से किसी तरह डेट के लिए पूछने वाला था। हालांकि की मैं सीधे तौर पर डेटिंग के लिए नहीं पूछा क्योंकि वह मना कर देती इसलिए मैंने 5 लोगो के ग्रुप के साथ रेस्टोरेंट जाने का प्लान बनाया जिसमे आंचल की बेस्ट फ्रेंड भी थी।
आंचल मेरे करीब बैठी थी हमने एक दूसरे का फ़ूड भी शेयर किया और सबसे बड़ी बात मैंने उसे एक बार अपने चम्मच से केक खिलाया और फिर उसी चम्मस से मैंने भी खाया वह पल मेरे लिए ज़ज़्बातो भरा था हम सबने खूब एन्जॉय किया सच्ची प्रेम कहानी।
प्रपोज़
आखिरकार एक दिन मैं चैट के माध्यम से अपने प्यार का इजहार करने का फैसला किया। मैंने आंचल को एक वाईस रिकॉर्ड भेजा जिसमें मैंने अपने दिल की सारी बातें कह दी थी। आंचल ने वह सुन लिया पर जवाब कुछ नहीं दिया अगले दिन उसने माना कर दिया मेरा तो दिल ही टूट गया फिर तो मेरी हिम्मत नहीं हुई उससे दोबारा बात करने को।
कॉलेज का दूसरा साल
एग्जाम खतम होने के बाद सब छुट्टी पर निकल गए थे कुछ गांव चले गए और कुछ अपनी लाइफ में बिजी रहे। पर सेकंड ईयर कॉलेज के लिए सब एक बार फिर से मिले पर मैं कॉलेज नहीं गया। करीब 2 हफ्ते तक मुझे न देखने पर आंचल से रहा नहीं गया और आंचल ने मुझे कॉल किया मेरा हाल चाल पूछा और फिर पूछने लगी की तुम कॉलेज क्यों नहीं आ रहे हो सच्ची प्रेम कहानी।
मैंने कहा मैं उस कॉलेज में नहीं पड़ूँगा इतना सुन कर आंचल शौक हो गई हालांकि की मैंने यह झूट बोला था। यह जानने के लिए आंचल कैसा रिएक्ट करती हैं, मेरे कॉलेज छोड़ने की बात सुन कर, आंचल कुछ उदास सी लगी उसे विश्वाश नहीं हो रहा था सच्ची प्रेम कहानी।
उसकी आवाज़ से सब पता चल गया था मुझे पर वह खुल कर कुछ कह नहीं पायी, बस सवाल पूछती रहीं की क्यों छोड़ रहे हैं कुछ देर इसी तरह बातें होने के बाद उसने फ़ोन रख दिया
आंचल को मेरी कमी महसूस होने लगी
एक सफ्ताह के बाद आंचल का फ़ोन आया और उसने दोबारा वही सवाल पूछा की क्या तुम सच में कॉलेज छोड़ रहे हो तो मैंने कहा अभी सोच रहा हूँ कन्फर्म नहीं हैं इतना में ही आंचल मुझसे बोल पड़ती हैं की प्लीज कॉलेज मत छोड़ो न तो मैंने बोला ऐसा क्यों तो उसने बोला बस मैं बोल रही हूँ इसलिए।
कुछ देर बात करने पर आखिरकर आंचल ने मुझसे पूछ ही लिया की तुम मेरे वजह से कॉलेज छोड़ रहे हो न क्योंकि मैंने हा नहीं कहा था। हालांकि मैं इसका जवाब नहीं दे पाया पर अंत में आंचल ने अपने दिल की बात बता ही दिया की उसे मेरी कमी महसूस हो रही हैं और वो मुझे मिस करती हैं सच्ची प्रेम कहानी।
ये भी कहा की तुम बहुत अच्छे हो मुझे पसंद हो प्लीज तुम वापस आ जाओ। मैं समझ गया की आंचल को मेरे दूर जाने पर एहसास हो गया की वह मेरे बिना उसे बिल्कुल अच्छा नहीं लग रहा हैं। क्योंकि हम दोनों ने काफी अच्छा वक़्त बिताया था और मैं उसकी बहुत मदद भी करता था पढ़ाई में।
मैं समझ गया की वह मुझसे प्यार तो करती हैं पर कह नहीं पा रही यह सब आंचल की बातें और उसके फेसबुक स्टेटस से मै समझ चूका था मेरे लिए इतना ही काफी था।
आंचल ने खुद किया प्यार का इज़हार
आंचल के कहने पर मैं कॉलेज ज्वाइन कर लिया और सब ठीक चलने लगा हम पहले की तरह अच्छे से एक साथ वक़्त बिताते थे साथ में पढ़ाई करते थे और खूब सारी मस्ती करते थे पर। पर इस वैलेंटाइन डे आंचल ने वो किया जिसकी मुझे उम्मीद नहीं थी।
मंगलवार का दिन था जब क्लास खतम हुई और सब चले गए तो आंचल ने मुझे रुकने को कहा और उसने घबराते और शर्माते हुए मुझसे अपने प्यार का इज़हार कर दिया उसकी दिल की धड़कन बड़ी हुई सी थी क्योंकि मैं मुस्कुराते हुई उसे ही देख रहा था सच्ची प्रेम कहानी।
मैं उसके करीब गया और और उसके हाथो को अपने हाथो में लेकर कहा मैं तो तुम्हें तब पसंद करने लगा था जब मैंने पहली बार तुम्हें क्लास में देखा था। धीरे – धीरे मैंने तुम्हें जाना तो मुझे तुमसे प्यार ही हो गया हम दोनों उस दिन बहुत ख़ुश थे सच्ची प्रेम कहानी।
मैं इसलिए भी बहुत खुश था क्योंकि मुझे प्यार करने वाली मिल गई थी जिसका सपना मैं स्कूल टाइम से देखा करता था। उस दिन से मुझे कॉलेज जाने और जीवन जीने का असली आनंद होने लगा था सच्ची प्रेम कहानी।
तो यह था True Love Story In Hindi उम्मीद करता हूँ आपको यह पसंद आया होगा आपको यह कैसा लगा नीचे Comments में जरूर बताये। साथ ही आप Hindi Story, True Love Story In Hindi को अपने Friends और Social Media में भी Share जरूर करें।