भोजपुरी के सुपरस्टार खेसारी लाल यादव को तो हर कोई जानता ही होगा उन्होंने भोजपुरी की दुनिया में काफी नाम कमाया है वहीं अपनी मंजिल पाने के लिए खेसारी लाल यादव ने काफी संगठनों का सामना भी किया है यहां तक की इस मुकाम पर आने के लिए उन्होंने कई दुख और तकलीफ का सामना तक किया है!

हालांकि यदि आज की बात करें तो भोजपुरी की दुनिया में खेसारी लाल यादव का काफी बड़ा नाम हो चुका है और उन्होंने भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री को एक से बढ़कर एक हिट फिल्में भी दी है साथ ही साथ उनके गाने भी सोशल मीडिया पर अक्सर ही वायरल होते रहते हैं और उनके गाने लोगों को काफी पसंद आते हैं!

लेकिन क्या आपको मालूम है कि खेसारी लाल यादव हमेशा से ही इतने बड़े स्टार या इतने बड़े आदमी नहीं थे बल्कि यहां तक आने के लिए कई सारे संघर्षों का खेसारी लाल यादव का सामना करना पड़ा है! एक इंटरव्यू के उन्होंने अपने संघर्षों के बारे में खुलकर बातचीत की थी और बताया था कि कैसे दूध बेचकर, चारा काट कर, यहां तक कि लिट्टी चोखा का उन्होंने ठेला भी लगाया है!

खेसारी लाल यादव बताते हैं कि उनके पिता उस समय अपने सिर पर चना रखकर बेचा करते थे और उन्होंने खेसारी लाल यादव सहित सात भाइयों को गरीबी में पढ़ाया भी हैं वही पैसे की तंगी में दो से तीन भाई पढ़े लिखे भी नहीं है वही खेसारी लाल यादव भी किसी प्रकार से अपनी पढ़ाई को पूरा कर पाए थे.

खेसारी लाल यादव इंटरव्यू में बताते हैं कि उन्होंने अपना करियर बनाने के लिए दिन रात मेहनत की है तभी उनकी शादी हुई और बेटी के जन्म के बाद उनकी अचानक किस्मत ने एक नया मोड़ ले लिया! वही भोजपुरी सितारा आगे यह भी कहता कि उनकी पहली कैसेट रातों-रात ही हिट हो गई थी मैं उसमें इतना कि मेरी जिंदगी ही बदल गई!
