ज़ोमैटो ने चौथी तिमाही के मजबूत परिणामों की घोषणा की, लेकिन शेयर की कीमत में गिरावट आई। क्या यह निवेशकों के लिए खरीदने का अवसर है?
मंगलवार, 14 मई, 2024 को, ज़ोमैटो ने चौथी तिमाही (Q4) के लिए अपने वित्तीय परिणामों की घोषणा की। कंपनी ने ₹175 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में हुए ₹188 करोड़ के नुकसान के मुकाबले 27% अधिक है। ज़ोमैटो का राजस्व 73% बढ़कर ₹3,562 करोड़ हो गया, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह ₹2,056 करोड़ था।
हालांकि, इन मजबूत परिणामों के बावजूद, ज़ोमैटो के शेयर की कीमत में 6% की गिरावट आई। शेयर की कीमत ₹182.10 प्रति शेयर तक गिर गई, जो पिछले बंद भाव से ₹11.05 कम है।
इस गिरावट के पीछे कई कारण हो सकते हैं। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि यह मुनाफे में वृद्धि की तुलना में राजस्व में धीमी वृद्धि के कारण है। दूसरों का कहना है कि यह चिंताओं के कारण है कि कंपनी खाद्य वितरण बाजार में बढ़ती प्रतिस्पर्धा का सामना कर रही है।
क्या ज़ोमैटो का स्टॉक खरीदने लायक है?
यह एक जटिल प्रश्न है जिसका कोई आसान उत्तर नहीं है। ज़ोमैटो एक तेजी से बढ़ती हुई कंपनी है जिसमें भारत के खाद्य वितरण बाजार में एक मजबूत स्थिति है। हालांकि, कंपनी को अभी भी लाभप्रदता हासिल करने और बढ़ती प्रतिस्पर्धा का सामना करने की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
निवेशकों को ज़ोमैटो में निवेश करने से पहले कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन, प्रतिस्पर्धी परिदृश्य और भविष्य की संभावनाओं पर सावधानीपूर्वक विचार करना चाहिए।
यहां कुछ कारक दिए गए हैं जिन पर विचार करना चाहिए:
- वित्तीय प्रदर्शन: ज़ोमैटो लगातार राजस्व बढ़ा रहा है और घाटे को कम कर रहा है। हालांकि, कंपनी अभी भी लाभप्रद नहीं है और उसे मुनाफा कमाने के लिए एक रास्ता खोजने की जरूरत है।
- प्रतिस्पर्धी परिदृश्य: खाद्य वितरण बाजार अत्यधिक प्रतिस्पर्धी है, जिसमें स्विगी, डनजो और अमेज़ॅन फूड जैसी कई कंपनियां हैं। ज़ोमैटो को इस प्रतिस्पर्धा का सामना करने और अपनी बाजार हिस्सेदारी बनाए रखने की जरूरत है।
- भविष्य की संभावनाएं: भारत में खाद्य वितरण बाजार में मजबूत वृद्धि की संभावना है। ज़ोमैटो इस वृद्धि का लाभ उठाने और एक प्रमुख खिलाड़ी बनने की स्थिति में है।
निष्कर्ष:
ज़ोमैटो एक उच्च जोखिम, उच्च इनाम वाला स्टॉक है। निवेशकों को कंपनी में निवेश करने से पहले सावधानीपूर्वक विचार करना चाहिए।
खाद्य वितरण मंच ज़ोमैटो के शेयर की कीमत मंगलवार को शुरुआती कारोबार में 6% गिर गई, जब कंपनी ने चौथी तिमाही के परिणामों की घोषणा की। ज़ोमैटो के शेयर बीएसई पर 5.98% तक गिरकर 182.10 रुपये प्रति शेयर पर आ गए।
कंपनी ने चौथी तिमाही में ₹175 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो एक साल पहले इसी अवधि में ₹188 करोड़ के नुकसान के मुकाबले है। हालांकि, शुद्ध लाभ में यह वृद्धि कम आधार प्रभाव के कारण है। तिमाही के आधार पर, शुद्ध लाभ दिसंबर तिमाही में ₹138 करोड़ से 27% बढ़ा।
ज़ोमैटो का राजस्व परिचालन से Q4FY24 में 73% बढ़कर ₹3,562 करोड़ हो गया, जो एक साल पहले इसी अवधि में ₹2,056 करोड़ था। कंपनी ने कहा कि राजस्व में वृद्धि ऑर्डर वॉल्यूम और ऑर्डर वैल्यू दोनों में मजबूत वृद्धि से प्रेरित थी।
ज़ोमैटो के ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू (GOV) में Q4FY24 में 26.5% की साल-दर-साल वृद्धि हुई, जो ₹23,438 करोड़ हो गई। कंपनी ने कहा कि GOV में वृद्धि भारत और अंतरराष्ट्रीय दोनों बाजारों में मजबूत वृद्धि से प्रेरित थी।
ज़ोमैटो ने कहा कि उसकी सक्रिय ग्राहक आधार Q4FY24 में 17% बढ़कर 5.2 करोड़ हो गया। कंपनी ने कहा कि सक्रिय ग्राहक आधार में वृद्धि भारत और अंतरराष्ट्रीय दोनों बाजारों में मजबूत वृद्धि से प्रेरित थी।
विश्लेषण:
विश्लेषकों का कहना है कि ज़ोमैटो के शेयर की कीमत में गिरावट संभवतः निवेशकों द्वारा तिमाही परिणामों को लेकर निराशा के कारण हुई है। हालांकि, कुछ विश्लेषकों का मानना है कि यह स्टॉक खरीदने का अवसर हो सकता है क्योंकि कंपनी मजबूत वृद्धि दर्ज कर रही है।
मोतीलाल ओस्वाल सिक्योरिटीज के विश्लेषक अभिषेक रंजन ने कहा, “ज़ोमैटो के शेयर की कीमत में गिरावट संभवतः निवेशकों द्वारा तिमाही परिणामों को लेकर निराशा के कारण हुई है। हालांकि, हम मानते हैं कि यह स्टॉक खरीदने का अवसर हो सकता है क्योंकि कंपनी मजबूत वृद्धि दर्ज कर रही है।”
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के विश्लेषक अमित माखीजा ने कहा, “ज़ोमैटो के शेयर की कीमत में गिरावट अल्पकालिक हो सकती है। हम लंबी अवधि में स्टॉक में सकारात्मक बने हुए हैं क्योंकि कंपनी भारत में खाद्य वितरण बाजार में एक प्रमुख खिलाड़ी बनी हुई है।”
निष्कर्ष:
ज़ोमैटो के शेयर की कीमत में गिरावट अल्पकालिक हो सकती है। लंबी अवधि में, स्टॉक में सकारात्मक रहने की संभावना है क्योंकि कंपनी भारत में खाद्य वितरण बाजार में एक प्रमुख खिलाड़ी बनी हुई है
अपने परिणाम जारी किए। कंपनी ने ₹175 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो पिछले साल की समान अवधि में हुए ₹188 करोड़ के नुकसान के मुकाबले 27% अधिक है। हालांकि, राजस्व में 73% की वृद्धि के बावजूद, स्टॉक 5.98% गिरकर ₹182.10 प्रति शेयर पर आ गया।
विश्लेषकों का कहना है कि गिरावट कई कारकों के कारण हो सकती है, जिसमें बढ़ती ब्याज दरें, वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता और खाद्य वितरण उद्योग में बढ़ती प्रतिस्पर्धा शामिल है।
मुख्य बातें:
- ज़ोमैटो ने चौथी तिमाही में ₹175 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो पिछले साल की समान अवधि में हुए ₹188 करोड़ के नुकसान के मुकाबले 27% अधिक है।
- कंपनी का राजस्व 73% बढ़कर ₹3,562 करोड़ हो गया।
- स्टॉक 6% गिरकर ₹182.10 प्रति शेयर पर आ गया।
- विश्लेषकों का कहना है कि गिरावट कई कारकों के कारण हो सकती है, जिसमें बढ़ती ब्याज दरें, वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता और खाद्य वितरण उद्योग में बढ़ती प्रतिस्पर्धा शामिल
- है।
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क्या यह खरीदने का अवसर है?
विश्लेषकों का कहना है कि ज़ोमैटो का स्टॉक अभी भी आकर्षक मूल्यांकन पर कारोबार कर रहा है। कंपनी तेजी से बढ़ रही है और मुनाफा कमाने की राह पर है। हालांकि, कुछ जोखिम भी हैं, जिनमें बढ़ती प्रतिस्पर्धा और वैश्विक आर्थिक मंदी शामिल है।
निवेशकों को ज़ोमैटो में निवेश करने से पहले इन जोखिमों पर ध्यान से विचार करना चाहिए।
निष्कर्ष:
ज़ोमैटो एक बढ़ती हुई कंपनी है जो मुनाफा कमाने की राह पर है। हालांकि, कुछ जोखिम भी हैं जिन पर निवेशकों को विचार करना चाहिए। स्टॉक अभी भी आकर्षक मूल्यांकन पर कारोबार कर रहा है, लेकिन निवेशकों को निवेश करने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए।
यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है और इसे वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। निवेश करने से पहले कृपया अपना शोध करें।